ठंड के मौसम में मुर्गियों की देखभाल

0
375
ठंड के मौसम में मुर्गियों की देखभाल

ठंड के मौसम में मुर्गियों की देखभाल

किसानों के लिए मुर्गी पालन फायदे का व्यापार बनते जा रहा हैं। कृषि कार्यों के साथ मुर्गी पालन करना बहुत आसान काम हो गया हैं। ग्रामीण क्षेत्रों के साथ अब कई शहरी क्षेत्रों में भी मुर्गी पालन बिजनेस तेजी से उभर रहा हैं। मुर्गी पालन के क्षेत्र से जुड़े हुए लोगों का कहना है कि Poultry में सबसे मुख्य बिन्दू होता हैं, मुर्गियों के स्वास्थ्य की देखभाल करना।

मुर्गियों को मौसम के हिसाब से देखभाल:

उत्तर भारत में समय ठंड का मौसम चल रहा है. ठंड के इस मौसम में पशुओं / मुर्गियों के बीमार होने की संभावना अधिक बढ़ जाती है. इसलिए पशुपालक किसान ठंड के इस मौसम में अपने पशुओं/ मुर्गियों को विशेष ध्यान देने की आवश्यकता पड़ती है.

ठंड के मौसम में मुर्गियों को विशेष देखभाल की आवश्यकता होती है। हालांकि बड़ी मुर्गियां ठंड को आसानी से सहन कर सकती हैं। लेकिन इस मौसम में चूजों के बीमार होने का खतरा अधिक रहता है। मुर्गी पालन के द्वारा अधिक मुनाफा प्राप्त करने के लिए कई बातों को ध्यान में रखना आवश्यक है। आइए इस विषय में विस्तार से जानकारी प्राप्त करें।

  • तापमान 10 डिग्री सेंटीग्रेड से कम होने पर मुर्गी आवास में ओस की बूंदें टपकने लगती हैं। ऐसे में मुर्गी आवास को बोरे या प्लास्टिक आदि से ढंके।
  • इस मौसम में चूजों को ठंड लगने पर सर्दी-खांसी आदि रोगों के होने की संभावना अधिक होती है।
  • इस मौसम में शाम या रात में ठंड बढ़ जाती है। इसलिए चूजों की डिलीवरी सुबह के समय कराएं।
  • चूजों के आने से 1 दिन पहले से शेड को परदों से ढक कर रखें।
  • इसके साथ ही चूजों के आने से करीब 2 से 4 घंटे पहले से ब्रूडर चलाएं।
  • मुर्गी आवास की नियमित साफ-सफाई करें।
  • ठंड के मौसम में दानों की खपत बढ़ जाती है। इसलिए मुर्गियों के फीड में दानों की कमी न होने दें।
  • मुर्गियों एवं चूजों को हर दिन साफ एवं ताजा पानी दें।
  • बीमार मुर्गियों को अन्य मुर्गियों से अलग रखें एवं उनके खाने-पीने की व्यवस्था भी अलग करें।
  • ठंड के मौसम में चिक्स की डिलीवरी सुबह के समय कराएं और शाम या रात में बिल्कुल भी न कराएं।
  • फार्म के पर्दे चिक्स के आने के 24 घंटे पहले से ही ढक कर रखें।
  • चिक्स के आने के कम से कम 2 से 4 घंटे पहले ब्रूडर स्टार्ट कर देना चाहिए।
  • ड्रिंकर को पहले से ही लाइट या ब्रूडर के नीचे रखे इससे पानी भी थोड़ा गर्म हो जाएगा।
  • ब्रूडिंग हॉल को अच्छे से तैयार करे और पॉलिथीन का उपयोग करें इससे गर्मी अच्छी बनी रहती हैं।
  • चिक्स गार्ड का उपयोग करे और 200 से 250 चिक्स की क्षमता का ही चिक्स गार्ड उपयोग करे ताकि चिक्स दबने का खतरा कम रहें।
  • लिटर को 3 से 4 इंच का रखें ताकि जमीन से होने वाली ठंडक ज्यादा असर न कर सकें।
  • अधिक ठंड पड़ने पर अगर ब्रूडर और लाइट की गर्मी काम न करे तो चिक्स को बॉक्स में भर दे।
  • अगर ठंड ज्यादा हो तो ब्रूडर को कुछ समय के लिए हवा निरोधी भी बना सकते हैं। इसके लिए पॉलिथीन से छोटे गोल शेड ढक देने चाहिए।
READ MORE :  मुर्गियों मे संक्रामक रोगों से बचाव व सावधानियाँ

Compiled  & Shared by- This paper is a compilation of groupwork provided by the

Team, LITD (Livestock Institute of Training & Development)

 Image-Courtesy-Google

 Reference-On Request

Please follow and like us:
Follow by Email
Twitter

Visit Us
Follow Me
YOUTUBE

YOUTUBE
PINTEREST
LINKEDIN

Share
INSTAGRAM
SOCIALICON