विश्व पशु चिकित्सा दिवस के अवसर पर पशु अस्पताल का उद्घाटन व अन्य गतिविधियों का किया गया आयोजन

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INAUGURATION OF VETERINARY HOSPITAL IN KISHANGANJ VETERINARY COLLEGE ON THE OCCASION OF WORLD VETERINARY DAY

विश्व पशु चिकित्सा दिवस के अवसर पर पशु अस्पताल का उद्घाटन व अन्य गतिविधियों का किया गया आयोजन

वेटनरी कॉलेज में पशु अस्पताल हुआ शुरू

उद्घाटन – किशनगंज पशु अस्पताल

विश्व पशु चिकित्सा दिवस के अवसर पर पोठिया के अराँबाड़ी स्थित डा. कलाम कृषि कॉलेज में शनिवार को पशु अस्त चिकित्सा शिविर भी लगाया गया जिसमें पशुओं का इलाज के साथ साथ दवा का कीट भी दिया गया। मुख्य अतिथि एसएसबी 12वीं बटालियान के कमांडेंट मुन्ना सिंह, विशिष्ट अतिथि एसएसबी 19 वीं बटालियान के कमांडें मधुकर अभिताभ, पशु चिकित्सा महाविद्यालय के डीन डा. चंद्रहास, मत्स्य महाविद्यालय के डीन डा. वी. पी. सैनी व डा. कलाम कृषि कॉलेज के डीन वी.वी. झा ने पशु अस्पताल का शुभारंभ फीता काटकर व दीप जलाकरह किया।

पशु अस्पताल के उद्घाटन से पूर्व अतिथियों ने पशु अस्पताल के मुख्य द्वार पर पौधारोपण कर पर्यावरण संरक्षण का संदेश भी दिया। विश्व पशु चिकित्सा दिवास के अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. रामेश्वर सिंह के दिशा निर्देशन एवं पशु चिकित्सा महाविद्यालय के डीन डॉ. चंद्रहास के नेतृत्व में विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया गया। जिसमें शनिवार की सुबह 5ः30 बजे वेट्स मार्च का आयोजन पशु चिकित्सा महाविद्यालय के प्रांगण में किया गया।

समारोह में उपस्थित अतिथियों एवं पशुपालकों का स्वागत करते हुए महाविद्यालय के डीन डॉ. चंद्रहास ने विश्व पशु चिकित्सा दिवस का महत्व बताया एव ं इस अवसर पर पशु चिकित्सकों को बधाई दी। इन्होंने पशु अस्पताल में उपलब्ध सुविधाओं के बारे में पशुपालकों को विस्तार से अवगत कराया। डीन डा. चंद्रहास ने अपने संबांधन में कहा कि पशु अस्पताल का शुभारंभ पशुपालकों की सुविधा के लिए ही किया गया है। हम हर हमेशा आपकी सेवा में रहेंगे। इन्होंने कहा कि हमारा राज्य कृषि, मत्स्य व पशुपालन के क्षेत्र में लगातार आगे बढ़ रहा है। लेकिन अब भी राज्य में दूध का उत्पादन कम हो रहा है। पशुपालक मात्र 5 प्रतिशत ही दूध का उत्पादन कर पा रहे हैं। राज्य में 11 मिलियन दूध का उत्पादन होता है। इसलिए पशुपालकों को पशुपालन के क्षेत्र में और आग बढ़ाना चाहिए। ताकि दूध का उत्पादन बढ़ेगा तो हमारा राज्य भी आगे बढत्रेगा। इन्होंने किसानों से  अपील करते  हा कि आप जितना सहयोग देंगे हम उतनी सेवा देंगे।

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डॉ. कलाम कृषि महाविद्यालय के डीन डॉ. वी. वी. झा ने अपने संवोधन में शिक्षकों का बधाई दी एवं महावद्यिलय से पुशपालकों के विका के लिए कार्य करने का आह्वान किया। इन्होंने कहा कि यह बिहार का पहला परिसार है जहां हर क्षेत्र की विधाएं विद्यमान है। किसानों की हर समस्या के लिए हर क्षेत्र के वैज्ञानिक उपस्थित हैं। किसानों को इसका फायदा अवश्य लेना चाहिए। ताकि नए तकनीक से कृषि, मत्स्य व पशुपालन कर अपनी आय बढ़ा सके। मास्यियकी महाविद्यालय के डीन डॉ. वी. पी. सैनी ने अपने संबोधन में पशुपालकों से पशु चिकित्सा महाविद्यालय में उपलब्ध सिवधाओं का भरपूर उपयोग करने का आग्रह किया।

दूसरे राज्यों के पशुपालकों के पशुपालकों को भी लाभ मिलेगा –

मुख्य अतिथि एसएसवी कमांडेंट मुन्ना सिंह ने अपने संबोधन में पशुपालन महाविद्यालय के द्वारा किए जा रहे कार्यों की सराहना की एवं भविष्य में डेयरी, कुक्कु एवं स्वान चिकित्सा के क्षेत्र में सहायेग की इच्छा व्यक्त की। विश्हिष्ट अतिथि एसएसवी कमांडेंट मधुकर अमिताभ ने अपने संबोधन में पशु चिकित्सा महाविद्यालय के पशु अस्पताल के शुभारंभ पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि महाविद्यालय के खुलने से बिहर के साथ-साथ समय समीपवर्ती राज्यों के पशुपालकों को भी लाभ मिलेगा। विश्व पशु चिकित्सा दिवस समारोह के अवसर पर महाविद्यालय के समस्त सह प्राध्यापक एवं सहायक प्राध्यापक उपस्थित रहे ।

 

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